सरल कितना है हम बंट गए सर्जन कितना सुखकारी है! की मुम्बई ट्रेन यात्रा तुम गुमान

Hindi ट्रेन की यात्रा हमें कितना कुछ दिखाती चलती है! हम भीतर से कितना भरा हुआ महसूस करते हैं! Poems